Microsoft Crowdstrike Issue Today: क्राउडस्ट्राइक सॉफ्टवेयर में अपडेट की वजह से शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में खराबी आ गई। इसकी वजह से दुनियाभर में तकनीकी सेवाएं ठप पड़ गई हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी समेत 25 से ज्यादा देशों में मेडिकल सर्विसेज और बैंक में काम नहीं हो पा रहा है। टीवी चैनल्स, रेडियो, ट्रेन स्टेशन्स पर भी कामकाज रुक गया है। अमेरिका, ब्रिटेन और भारत जैसे कई देशों में 1 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं। वहीं 3 हजार विमानों ने देरी से उड़ान भरी। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में फिलहाल 6 एयरलाइंस तकनीकी दिक्कत का सामना कर रही हैं। इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट पर कुछ सेवाएं रुक गई हैं।
Cloud Computing Platform Problem
दुनिया भर से तकनीकी समस्याएं सामने आने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने बयान जारी कर बताया कि उनके क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म में अमेरिकी समय के मुताबिक शाम 5 बजकर 56 मिनट पर समस्या शुरू हुई। इसके चलते उससे जुड़े सिस्टम प्रभावित हुए हैं। BBC के मुताबिक इस समस्या का समाधान आसान नहीं है। इसे किसी सेंट्रल कमांड से ठीक नहीं किया जा सकता है। इसे सुधारने के लिए हर एक कम्पयूटर सिस्टम को रिबूट करना होगा।Reason for the Disturbance
कंप्यूटर सिस्टम को साइबर अटैक और वायरस से बचाने के लिए विंडोज बेस्ड कंप्यूटर में क्राउडस्ट्राइक (Crowdstrike) नाम के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है। यह बेहद जाना-माना एंटीवायरस सॉफ्टवेयर है और बड़ी कंपनियां सिक्योरिटी के लिए इसे इस्तेमाल करती हैं। गुरुवार रात (18 जुलाई) को क्राउडस्ट्राइक सॉफ्टवेयर ने एक अपडेट रिलीज किया, जिसने विंडोज कंप्यूटर में अचानक गड़बडी पैदा कर दी। जिन कम्प्यूटर्स पर यह अपडेट गया, वे सब क्रैश होते चले गए। इन्हीं कंप्यूटर्स पर एयरलाइंस की बुकिंग और चेक इन सर्विस आधारित है। लिहाजा ये तमाम सर्विसेस बंद पड़ गईं।What is Cloud Computing
क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी कंप्यूटर सुविधा है जिसमें सर्वर, स्टोरेज, डेटाबेस, नेटवर्किंग, सॉफ्टवेयर, एनालिटिक्स और इंटेलिजेंस सेवाएं मिलती है। इन सेवाओं के लिए ग्राहकों के कंप्यूटर को क्लाउड सर्वर से इंटरनेट के जरिए जोड़ा जाता है। सेवाओं के बदले में ग्राहकों को भुगतान करना होता है। इंटरनेट के माध्यम से मिलने वाली इन सेवाओं का मकसद तेज और आसान तरीके से सुविधाओं को प्रदान करना होता है।Crowdstrike Issue Blue Screen
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक क्रिटिकल एरर स्क्रीन है जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है जब सिस्टम किसी गंभीर समस्या के कारण क्रैश हो जाता है जो इसे सुरक्षित रूप से काम करने से रोकता है। जब यह एरर होता है, तो कंप्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट हो जाता है, और जो डेटा सेव नहीं किया गया है उसके खो जाने की संभावना होती है।Big Problem In 7 Year's
BBC के मुताबिक, इससे पहले साल 2017 में पूरी दुनिया में इतना बड़ी तकनीकी समस्या आई थी। मई 2017 में वॉनाक्राय वायरस ने साइबर-अटैक किया था। इसने विंडोज के पुराने वर्जन को निशाना बनाया था।
आंकड़ों के मुताबिक, 150 देशों के वायरस की वजह से 3 लाख कंप्यूटर्स पर असर पड़ा था। सबसे ज्यादा नुकसान ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस को उठाना पड़ा था।
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